बच्चे हमारे भविष्य का गौरव : साध्वी संयमलता

📌 RAISING High Touch the SKY कार्यशाला का आयोजन

मड्या : आचार्य महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी संयमलताजी के सान्निध्य में 'Raising high touch the sky' उडान कार्यशाला का आयोजन किया गया। नींव जितनी मजबूत होती है, उतना महल टिकाऊ भव्य व आकर्षक होता है। बच्चे हमारे भविष्य का गौरव है। बच्चे क्रोध को एनर्जी में कैसे बदले, उसके लिए अपने दिमाग मे आइस फैक्टरी को रखे, ताकि गुस्से से उत्पन्न शक्ति को सही दिशा दे सकते है। महापुरुष ने विपरित परिस्थितियों में उत्पन्न गुस्से को सही दिशा दी, वे महान् बन गए। अतः गुस्से की शक्ति में सही दिशा दे।  

 कार्यक्रम के मुख्य वक्ता श्रीमान् राकेशजी खटेड ने Anger Change into Energy विषय पर प्रस्तुति दी गुस्से में रिएक्ट नही, रिस्पोन्ड करना है। चाहे गांधीजी हो, ममता बनर्जी हो, हर महान् व्यक्ति ने गुस्से में रिस्पोन्ड किया और महान् बन गए। श्वास को गहरा- गहरा करते जाएं, गुस्से को कम करते जाएं। ज्ञानाशाला के बच्चों ने नवकार मंत्र, महाप्राण ध्वनि, अर्हत् वन्दना की सुन्दर प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में MOTIVATION Speaker मोहितजी ने TECHNOLOGY को बच्चे कैसे Use करें और जीवन को अच्छा बनाए।  दिशा भंसाली ने RESPONSBILLY & DUTIES के बोर में बच्चों को प्रेरित किया। बच्चों में संस्कार, संस्कृति व स्मृति के विकास हेतु कई गेम्ज एण्ड ऐक्टिविटी रखी गई।


 मड्‌या, मैसुरु, हुनसुर, H.D. कोट्टे, नंजनगुड, श्रीरंगपट्टना के बच्चों ने उत्साह व उमंग के साथ शिविर में भाग लिया। प्रशिक्षिकाओं ने समय, श्रम के साथ कार्यक्रम मे चार चांद लगा दिए। सुबह 9 से 4 बजे तक चले कार्यक्रम में बच्चों के साथ का माता-पिता की भी उपस्थिति रही।

 साध्वी मार्दवश्रीजी ने कार्यक्रम का कुशल संचालन करते हुए कहा बच्चों को बुद्धिमान् बनाने के साथ श्रद्धावान्, धैर्यवान् बनाए। जो क्रोध शांत करता है, वह स्व के लिए संत बनता है और पर के लिए वसंत बनता है। क्रोध को एनर्जी में बदलने के अनेक उपाय बताए। साध्वीश्री के मंगलपाठ से कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।