प्रसन्नता के रसायन का सेवन करें- मुनि सुधाकर

★ तनाव को भी सही दिशा में नियोजित कर लाभ उठाएं-  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह

★ पुलिस लाइन में तनाव प्रबंधन विषय पर भव्य कार्यशाला का हुआ आयोजन

रायपुर : आचार्य श्री महाश्रमणजी के सुशिष्य मुनिश्री सुधाकरजी के सान्निध्य में दिनांक 04.10.2024 को गतिमान अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह अंतर्गत अणुव्रत समिति व पुलिस प्रशासन, रायपुर द्वारा "तनाव प्रबंधन कार्यशाला" का आयोजन पुलिस परेड़ ग्राउंड में 'पुलिस अधिकारियों व पुलिस कर्मियों' के साथ, विशेष रूप में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक IPS श्री संतोषसिंहजी की गरिमामय उपस्थिति में हुआ।


 मुनि सुधाकरजी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि मानसिक तनाव की समस्या वर्तमान युग की प्रमुख और जटिल समस्या है। उससे छुटकारा पाने के लिए हमें अध्यात्म का सहारा लेना चाहिए। आध्यात्मिक नियमों से तनाव प्रबंधन संभव है।

 मुनि सुधाकरजी ने तनाव प्रबंधन के पांच सूत्रों की चर्चा करते हुए कहा कि 

. अपने में खुश रहो, 

. दूसरों से अपनी तुलना मत करो,

. आगे की फिक्र एवं पीछे का जिक्र मत करो,

. स्वयं पर नियंत्रण रखो,

. परिस्थिति से अधिक मन:स्थिति पर ध्यान दो। 

परिस्थितियों बदलती रहती है। मन:स्थिति न बदले, हर परिस्थिति में मुस्कुराते रहें। सोच को सकारात्मक रखें एवं इच्छाओं का परिष्कार करें। वह अपनी सीमाओं को समझते हुए फल के आग्रह का चिंतन न करें।

 वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक IPS श्री संतोषसिंह ने भी अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए प्लानिंग कर कार्य करने की सलाह दी, ताकि तनाव हमारे से दूर रह सके, जिससे समय का सही नियोजन हो सकेगा। तनाव को दूर करने के लिए हमें अपने कार्य क्षेत्र से हटकर भी कार्य करने चाहिए, जिससे हमारा ध्यान तनाव से दूर हो कर, उस क्षेत्र में रमन करने लगे जैसे- बागवानी, पुस्तक पढ़ना, खेल आदि। उन्होंने बताया कि दुनिया में हम अर्थात पुलिसकर्मी ही नहीं मेडिकल रिपोर्ट अनुसार लगभग 65% लोग तनावग्रस्त है। 

 संचालन नरेंद्र दुगड़, स्वागत स्वर अध्यक्ष कनकचंद जैन व मंगलाचरण इंदु लोढ़ा, ललिता धाड़ीवाल के साथ कार्यशाला का सफल‌ संयोजन अरुण अग्रवाल ने किया।