मुनिश्री मुकुलकुमारजी का दीक्षा रजत जयंती समारोह
संयम का संबंध आत्मा के साथ : मुनि श्री कुलदीपकुमार
विभिन्न जैन संतों के प्राप्त हुए शुभकामना संदेश
अहमदाबाद 06.11.2022 ; जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशमाधिशास्ता, युगप्रधान आचार्य महाश्रमणजी के सुशिष्य मुनिश्री मुकुलकुमारजी के संयम जीवन के 25 वर्षों की परिसम्पन्नता के उपलक्ष्य में दीक्षा रजत जयंती समारोह का आयोजन मुनिश्री कुलदीपकुमारजी के सानिध्य में तेरापंथ भवन, शाहीबाग पर किया गया।
मुनिश्री कुलदीपकुमारजी ने प्रेरक उद्बोधन व प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बताया संयम का संबंध आत्मा के साथ है, आत्मा का पुर्वजन्मों के साथ। मुनि मुकुलजी के पुर्व पुण्योदय से अध्यात्म के अंकुर पल्लवित हुए और छोटी सी उम्र में दीक्षा हुई। मुनिश्री ने आर्शीवाद व आध्यात्मिक मंगलकामना दी।
स्थानकवासी संत रुपमुनि रजत, श्रमण संघ आचार्य शीवमुनि, उत्तर गुजरात उप प्रर्वतक गौतम मुनि, पंडित हजारीप्रसादजी, तेरापंथ के अनेक चारित्रात्माओं के संदेश प्राप्त हुए जिनका वाचन विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों ने किया।
मुनिश्री मुकुलकुमारजी अपने आराध्य के समक्ष आस्था, समर्पण, निष्ठा से परिपूर्ण अपनी भावनाओं की अभिव्यक्ति, विनयांजली पूज्यचरणों के साथ मुनिश्री को समर्पित करते हुए कहा भाव असीम है, शब्द छोटे पड़ रहे हैं। आपने अपने परिवारजनों के साथ पन्यास पद्मदर्शन विजयजी व समणी निर्मलप्रज्ञाजी के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की, जिन्होकी प्रेरणा से संयम ग्रहण किया। चारित्रात्माओं के प्राप्त शुभकामनाएं संदेश, प्रमोदभाव के लिए कृतज्ञता व्यक्त की।
इस अवसर पर तेममं की बहिनों व कन्यामंडल की कन्याओं द्वारा 500 से अधिक बहिनों ने दस प्रत्याख्यान, तेयुप के 250 से अधिक युवकों ने एकासन और मुनिश्री के संसार पक्षीय मासी -मासाश्री पुखराजजी, लीलादेवी देसरला ने आजीवन ब्रह्मचर्य व्रत स्वीकार कर मुनिश्री को आध्यात्मिक भेट दी। इस अलौकिक अविस्मरणीय दृश्य के साक्षी बनने मुनिश्री के संसारपक्षीय परिवारजनों, श्रावक समाज की सराहनीय उपस्थिति रही।
You can also send your news here for publication.
JAINSHUBNEWS@GMAIL.COM
For More Information & Booking About Vijay Palace Call
+91-9080972748
https://wa.me/+916382435647
Post a Comment
Post a Comment