जैन मुनियों का हुआ चातुर्मासिक मंगल प्रवेश
¤ गुड़ियातम धरा से निकला विश्व शांति का सन्देश
¤ 8 राज्यों से श्रद्धालु पहुंचे स्वागत समारोह में
गुडियात्तम (तमिलनाडु) : विश्व शांति और नशा मुक्ति रैली के माध्यम से विश्व में बढ़ रही अशांति के माहौल में शांति का संदेश देने वाले जैन मुनि श्री रश्मिकुमार और मुनि श्री प्रियांशुकुमार का भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश तेरापंथ भवन, गुड़ियात्तम में हुआ।
जैन धर्म के प्रभावक आचार्य महाश्रमण के शिष्य मुनिद्वय ने चातुर्मास को आत्म साधना का महत्वपूर्ण समय बताते हुए कहा कि विश्व में अशांति का माहौल है। चातुर्मास काल में मन को शांत करना और प्रत्येक परिवार में आध्यात्मिक माहौल का निर्माण हो इस पर कार्य होना चाहिए। यह चार महीने का समय पुण्योदय के कारण प्राप्त हुआ है।
मुनि रश्मिकुमार ने जैन धर्म को जन-जन के जीवन की जीवन पद्धति बताते हुए कहा कि जैन धर्म अच्छा इंसान बनाने की लाइफ स्टाइल है। यहां सर्व समाज के लिए दरवाजे खुले हैं। जिसको ज्ञान प्राप्त करना हो, वे हमारे पास निःसंकोच आ सकता है।
- : विशिष्ट महानुभावों की विशेष उपस्थिति : -
समारोह में रत्नागिरी के बालमुरूगन स्वामी जी, ओंमकार आश्रम बैगलोर के मुख्य स्वामी महामंडलेश्वर मधुसुधनानंदनजी, कलावाई के सच्चिदानंद स्वामीजी, पोलूर के भट्टारक के प्रमेय सागरजी आदि संतों की विशेष उपस्थिति रही।
इस मौके पर क्षेत्र के विधायक अमुलु विजयन्, गुडियात्तम नगर पालिका अध्यक्ष सौदराजन, तमिलनाडु भाजपा प्रदेश सचिव श्री के वेंकटेशन, वार्ड 29 की नगर पार्षद श्रीमती लावण्या कुमरन, वार्ड 34 की नगर पार्षद श्रीमती रानी माया भास्कर, गुडियात्तम नगर एडीएमके सचिव जे के एन पलनी, पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री श्री आर वेलु, पूर्व आर्काट विधानसभा सदस्य श्री इलवझगन, भारतीय जनता पार्टी के राज्य सचिव वेंकटेशन आदि राजनीतिक लोगों की विशेष उपस्थिती रही।
मुनि श्री प्रियांशुकुमार ने युवाओं को देश का भविष्य बताते हुए युवा शक्ति का उपयोग निर्माण मे भी हो सकता है तो विध्वंस भी कर सकते हैं। इस चातुर्मास में युवाओं के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिससे उनकी शक्ति परिवार, समाज और देश के निर्माण में नियोजित होने की अर्हता प्राप्त करेगी।
स्वागत समारोह में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष महेंद्र गिरिया, तेयुप के अध्यक्ष भरत गिरिया, तेरापंथ महिला मंडल के अध्यक्ष विमला बाई समदरिया आदि ने मुनिद्वय का भावपूर्ण स्वागत किया।
- : 8 राज्यों के पहुंचे श्रद्धालु : -
मुनि रश्मिकुमारजी व मुनि प्रियांशुकुमारजी भव्य और ऐतिहासिक चातुर्मासिक मंगल प्रवेश में तमिलनाडु के अलावा दिल्ली, राजस्थान, बंगाल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पाण्डुचेरी और तेलंगाना आदि-8 राज्यों के 35 क्षेत्रो से सेकड़ो श्रद्धालु पहुंचे। दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालुओं ने भव्य समारोह और विश्व शांति और नशा मुक्ति का संदेश देने वाली रैली की भुरी- भुरी प्रशंसा की।
- : रैली में उमड़ा जन-सैलाब : -
जैन-मुनियों के चातुर्मासिक मंगल प्रवेश पर आयोजित विशाल विश्व शांति और नशा मुक्ति रैली में लगभग 550-600 लोगों की संख्या में क्षेत्र के लोगों का जमावड़ा देखा गया। 22 वर्षों बाद हो रहे जैन मुनियों के चातुर्मास को लेकर जैन-समाज ही नहीं जेनेतर समाज में भी भारी उत्साह देखा गया।
शोभायात्रा और सभी कार्यक्रमों की सफलता के लिए गुडियाथम सभा अध्यक्ष महेन्द्रजी गिरिया, सचिव भरतजी आच्छा, पूर्व सभा अध्यक्ष महावीरजी गिरिया, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष भरत गिरिया, सचिव कमलेश गिरिया, पूर्व पदाधिकारीगण राजेश गिरिया एवं सुशील गिरिया ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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