आत्मरंजन का समय चातुर्मास : मुनि मोहजीतकुमार
¤ प्रेरणा रैली के साथ मुनिवर का भिक्षु निलयम में हुआ चातुर्मासिक प्रवेश
¤ पी के शेखर बाबु, मेयर प्रिया राजन ने जैन ध्वज दिखाकर रैली को किया रवाना
किलपॉक, चेन्नई : आचार्य महाश्रमण के सुशिष्य मुनि मोहजीतकुमारजी ठाणा 3 का रविवार को भिक्षु निलयम, किलपाॅक में मंगलमय वेला में, मंगल चातुर्मासिक प्रवेश हुआ।
भिक्षु निलयम के महाश्रमणम् हाल में समायोजित स्वागत, अभिनंदन समारोह में मुनि मोहजीतकुमार ने कहा कि आज उत्साह, उमंग का प्रवेश है। श्रद्धा, भक्ति, संयम, संवर का प्रवेश है। अध्यात्म चेतना के जागरण का प्रवेश है। आज यह भिक्षु निलयम आत्मरंजन का क्षेत्र बन गया। यह परिसर बाहर से अन्तर जगत में आमोद-प्रमोद करने का परिसर बने।
मुनि ने कहा कि हम पुज्य प्रवर की दृष्टि, इंगित की आराधना करते हुए उनके संदेश को सम्पुष्ट कर रहे है। यह वर्ष हमारे आराध्य, तेरापंथ धर्मसंघ के संस्थापक आचार्य भिक्षु का जन्म त्रि शताब्दी वर्ष है। हमारे मन में भिक्षु चेतना जागृत होने पर ज्ञान, दर्शन, चारित्र की जागृती होगी। मुनिवर ने कहा कि हम तीनों संत तीनों आचार्यों की निधियां है। हमारा लक्ष्य बने कि हम स्वस्थ, मस्त रहते हुए शासन की प्रभावना करते रहे।
- : प्रेरणा रैली : -
इससे पूर्व प्रात: मुकेश बाफणा के निवास स्थान से चातुर्मासिक प्रवेश के लिए प्रेरणा रैली निकाली गई। रैली को तमिलनाडु मंत्री पी शेखर बाबु, चेन्नई मेयर प्रिया राजन, सभाध्यक्ष अशोक परमार ने जैन ध्वज दिखाकर कर प्रारम्भ की।
रैली में ज्ञानशाला की झांकियां, ज्ञानार्थी, प्रशिक्षिकाएं, कन्याएँ, महिला मंडल, तेयुप, किशोर मंडल के पश्चात मुनिप्रवर सूर्य की तरह दैदिप्यमान हो रहे थे। तेरापंथ सभा, टीपीएफ, अणुव्रत समिति व अन्य संघीय संस्थाओं के पदाधिकारीगण, कार्यकर्तागण रैली में सहभागी बने।
- : शुभ वेला में चातुर्मासिक प्रवेश : -
शुभ वेला प्रातःकाल 9.31 बजे मुनिप्रवर ने मंगल मंत्रोच्चारण के साथ चातुर्मासिक प्रवास हेतु सभाध्यक्ष व श्रावक समाज से अनुज्ञा प्राप्त कर प्रवेश किया। रेली महाश्रमणम् हाल में पहुंच कर सभा में परिवर्तित हुई।
- : अभ्यर्थना में स्वागत स्वर : -
नमस्कार महामंत्र समुच्चारण के साथ कार्यक्रम में महिला मंडल ने मंगलाचरण गीत प्रस्तुत किया। सभाध्यक्ष अशोक परमार ने स्वागत स्वर प्रस्तुत किया। विशेष अतिथि अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष रमेश डागा, जैन विश्व भारती मुख्यन्यासी जयंतीलाल सुराणा, अमृत वाणी अध्यक्ष ललित दुगड़, जीतो के अशोक जैन के साथ तेयुप उपाध्यक्ष हरीश भण्डारी, टीपीएफ अध्यक्षा बबीता चौपड़ा, अणुव्रत समिति से स्वरूप चन्द दाँती, महिला मण्डल अध्यक्षा अनिता सुराणा, मालाबाई कातरेला, महासभा आंचलिक प्रभारी ज्ञानचंद आंचलिया, पल्लावरम सभाध्यक्ष दिलीप भंसाली, चिकमंगलूर सभाध्यक्ष महेन्द्र डोसी, ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाएँ, पुरषई मण्डल, अल्का आंचलिया, प्रेक्षा परमार इत्यादि व्यक्तित्व ने गीत, व्यक्तत्व, कविता आदि के माध्यम से अभ्यर्थना के स्वागत स्वर प्रस्तुत किये।
- : अवसर का लाभ उठाने वाला होता विजयी : -
मुनि भव्यकुमार ने चातुर्मास में करणीय कार्यों की रुपरेखा बताते हुए तप त्याग से आप्लावित होने का आह्वान किया। मुनि जयेशकुमार ने कहा कि वो भाग्यशाली होते है, जिन्हें अवसर मिलता है। वो बुद्धिमान होते है, जो अवसर पैदा करते हैं। पर वो विजयी होता है, जो अवसर का लाभ उठाता है। यह चातुर्मास लाभ उठाने का समय है।
आज के कार्यक्रम की व्यवस्था में रैली संयोजक नवीन बम्बोली, उपाध्यक्ष धर्मीचन्द छल्लाणी, सहमंत्री अशोक आच्छा, विकास सेठिया, राजेश सांड, संदीप भण्डारी इत्यादी अनेक कार्यकर्ताओ का सराहनीय सहयोग रहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन मंत्री विजय सुराणा ने किया। शुभ संकल्प और मंगल पाठ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
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