तूफान थमा, छोड़ गया तबाही के निशान


◆ रोड़ो के साथ घरों, कोम्प्लेक्स, दुकानों, गोदामों में भरा हुआ पानी

चेन्नई 05.12.2023 : चक्रवर्ती तूफान मिचौंग के कारण हुई बारिश तो थम गई, लेकिन वह अनेकों घाव छोड़ गई। रविवार रात से सोमवार की देर रात तक हुई नियमित बारिश से चेन्नई महानगर में बारिश से जहां आने वाले समय के लिए पीने के पानी की समस्या से तो निजात दिला दी, पर एक साथ हुई लगभग 200 मिलीमीटर से भी ज्यादा की बारिश से रोड़ो का हाल तो बेहाल किया है ही, साथ में लोगों के घरों, कोम्प्लेक्स, दुकानों, गोदामों में पानी भर गया। जिस में से पानी निकालने के बाद भी उन्हें मानसिकता के साथ आर्थिक नुकसान भी सहना पड़ेगा।

 बारिश से हुई हानि से पुनः एक प्रश्न छोड़ गई कि हर बार बारिश के दिनों में रोडों के साथ अनेकों नई बनी हुई कॉलोनियों, बस्तियों, हवाई अड्डा जलमग्न हो रहे है, तो उसके पिछे कारण क्या है? बढ़ती आबादी, घटती शहरी सीमा से अनेकों निचले इलाकों पर नव निर्माण बन गए। वहां पर पानी की सही निकासी, बारिश के पानी को जमीन की जगह नालों के माध्यम से बाहर छोड़ना, जमीनी स्तर के बराबर या नीचें लेवन पर ही उन्हें बनाने के कारण हर बारिश में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। 


आम लोगों को हो रही समस्याओं पर जनता कह रही है, कि हम नगर निगम को प्रति वर्ष करोड़ों रुपये टेक्स के रुप में दे रहे हैं। चेन्नई देश के चार महानगरों में आ रहा है, लेकिन अन्य महानगरों की बनिस्पत यहां अनेकों मूलभूत सुविधाओं की कमी है। सरकार को चाहिए कि वह इसकी समुचित व्यवस्था करें। 

वहीं नागरिकों को भी इसमें सहभागी बनना पड़ेगा। उन्हें अपने छतों से निकलने वाले पानी को टांकों में भरने के साथ बाकी के पानी को जमीन में ही जाये, ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए, जिससे उन्हें भी बारह मास पानी की समस्या से छुटकारा मिलेगा और पानी रोड़ो पर नहीं आयेगा।

बारिश रुकने के बाद भी शहर के साहुकारपेट, पार्क टाउन में तिरुपल्ली स्ट्रीट, सेवनवाल्स, मिंट स्ट्रीट, एन एस सी रोड़, कृष्णा अयर स्ट्रीट इत्यादि अनेकों इलाकों में अभी भी रोड़ों के साथ घरों, कोम्प्लेक्स, गोदामों, दुकानों में पानी भरा हुआ है। छोटे- बड़े अनेकों व्यापारियों को अपने माल को सही करने के साथ खराब माल का नुकसान भी वहन करना पड़ेगा।


● एक किराना दुकानदार ने कहा कि मेरी छोटी सी किराना की दुकान है, सामान्य रूप से पानी दुकान में नहीं आता, लेकिन सोमवार को ज्यादा बारिश से रोड़ पर जल भराव होने से पानी मेरी दुकान में आ गया। इसको निकालने के बाद भी मुझें आर्थिक हानि भी उठानी पड़ेगी, मेरी यही रोजी रोटी है।


● इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के व्यापारी ने बताया कि मेरी पिछले तीन दशकों से यहां दुकान है, कभी अन्दर पानी नहीं आया, लेकिन पहली बार, जमीन के नीचे स्तर से पानी अन्दर आ गया, जिससे दुकान में पड़ा माल पानी से भीग कर खराब हो गया।

● बारिश के कारण कोम्प्लेक्स में पानी भर गया, दुकानों में रखा माल भी खराब हो रहा है, वही लाइट नहीं होने से पानी निकालने में भी समस्या हो रही है।


दुध, सब्जियों की कमी

● कल हुई बारिश के कारण आज सबसे व्यस्तम साहुकारपेट, पार्क टाउन इलाके में सुबह से ही दुध के लिये लोगों को इधर उधर जाते हुए देखा जा रहा है। सुबह थोड़ा सा और वह भी कुछ दुकानदारों के पास ही दुध आया एवं वह भी कुछ समय में ही खत्म हो गया। शाम तक भी कहीं पर भी दुध उपलब्ध नहीं हुआ। तो वहीं आज कोनडीतोप, कोतावछावली में सब्जियों नहीं मिलने और जो है वह भी अच्छी क्वालिटी की नहीं होते हुए भी मुह मांगे महंगे दामों में खरीदनी पड़ रही हैं।

रोड़ो पर अभी भी पड़े टुटे पेड़, बिखरा मलबा

 अभी भी रोड़ पर टुटे हुए पेड़ और टुटे मकानों के मलबों को नहीं हटाने पर चलने पर कठिनाई का सामना हो रहा है। कई इलाकों में सोमवार सारे दिन के साथ आज भी बिजली की आंख मिचौली का सामना करना पड़ रहा है।