श्रावक अपने आचरण, सत् क्रियाओं से जैनत्व की करता प्रभावना : साध्वी लावण्यश्री

★ जैन संस्कार विधि से दीपावली पूजन कार्यशाला का आयोजन हुआ

◆ तेयुप चेन्नई

चेन्नई 07.11.2023 : अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद् के त्रिआयामों में से एक संस्कारों के संवर्धन में साध्वी लावण्यश्रीजी ठाणा 3 के सानिध्य में जैन संस्कार विधि द्वारा दीपावली पूजन कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ युवक परिषद् द्वारा तेरापंथ सभा भवन, साहुकारपेट, चेन्नई में आयोजित की गई।

 नमस्कार महामंत्र से कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। स्वागत वक्तव्य तेयुप अध्यक्ष श्री दिलीप गेलडा ने दिया। जैन संस्कारक श्री पदमचन्द आँचलिया, श्री स्वरूपचन्द दाँती एवं श्री रोशन बोथरा द्वारा जैन संस्कार विधि की महत्ता बतलाते हुए दीपावली पूजन की पुरी विधी, मगंल मंत्रोच्चार द्वारा बताते हुए मंत्रो का भावार्थ भी बताने का प्रयास किया। 

 साध्वीश्री लावण्यश्री ने अपने मंगल उद्बोधन में जैनत्व के संस्कारों को अपनाने की प्रबल प्रेरणा देते हुए फरमाया कि श्रावक अपने आचरण, सत् क्रियाओं से जैनत्व की प्रभावना करता है। वह अपने व्यवहार, क्रियाकलापों से ही सामने वाले पर अपनी पहचान छोड़ता हैं। श्रावकत्व की कोई आयु सीमा नहीं होती, जब से सम्यक्त्व को स्वीकार कर व्रत- त्याग को जीवन में अंगीकार करता है, तभी से वह श्रावक की श्रेणी में आ जाता है और जीवन भर उसमें बना रहता है। 

 इस मंगल अवसर पर विशेष रूप से उत्तर कर्णाटक तेरापंथ सेवा समिति के अध्यक्ष श्री जयंतीलाल चौपड़ा, हिरीयूर सभाध्यक्ष श्री दीपचन्द चौपड़ा, वरिष्ठ सुश्रावक श्री उदयराज चौपड़ा, श्री देवराज चौपड़ा, तेरापंथ सभा, चेन्नई अध्यक्ष श्री उगमराज सांड, साहुकारपेट ट्रस्ट बोर्ड प्रबंधन्यासी श्री विमल चिप्पड़, महिला मण्डल मंत्री हेमलता नाहर, अणुव्रत समिति मंत्री श्री स्वरूप चन्द दाँती, आचार्य श्री महाश्रमण जैन तेरापंथ पब्लिक स्कूल के चेयरमैन श्री तनसुखलाल नाहर, तेयुप अध्यक्ष श्री दिलीप गेलड़ा, उपाध्यक्ष श्री संदीप मुथा, मंत्री श्री कोमल डागा, संगठन मंत्री श्री नितेश मरलेचा, निवर्तमान अध्यक्ष श्री विकास सेठिया एवं अनेकों श्रावक श्राविकाओ की उपस्थिति रही। अनेकों परिवारों ने दीपावली पूजन जैन संस्कार विधि से करने का संकल्प लिया। 

साध्वीश्रीजी के मंगल पाठ से कार्यक्रम का समापन हुआ।