दुनिया में कला का बड़ा महत्व है : मुनि अर्हत् कुमारजी
दक्षिणांचल युवा सम्मेलन, हस्तकला प्रदर्शनी एवं संगीत संध्या का आयोजन
रविवार को तेरापंथ सभा भवन, गांधीनगर में
गांधीनगर, बंगलुरू 05.11.2022 ; भगवान ऋषभदेव ने 72 कला पुरुषो के लिए एवं 64 कलाएं स्त्रियों के लिए का प्रार्दुभाव किया। उन कला में हस्तकला प्रदर्शनी का बड़ा महत्व है। मुनि श्री अर्हत् कुमारजी, मुनिश्री भरतकुमारजी, मुनिश्री जयदीपकुमारजी के सान्निध्य में तारीख 6 नवंबर 2022, रविवार को तेरापंथ सभा भवन में प्रातः 11:00 से शाम को 8:00 बजे तक जैन साधु-साध्वीयों द्वारा निर्मित हस्तकला प्रदर्शनी का आयोजन तेरापंथ महिला मंडल, बैंगलोर के तत्वावधान में किया जायेगा। जिसमें आकर्षक, मनोरंजक, बुद्धि परीक्षा, उपदेशात्मक, स्वर्ग, नरक, आदि कई विषयों पर हस्तनिर्मीत चित्रों के द्वारा दर्शाया जाएगा।
अभातेयुप के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद द्वारा एक दिवसीय दक्षिणांचल विराट युवा सम्मेलन अन्वेषण कार्यशाला का आयोजन प्रातः 9.00 से किया जायेगा। अभातेयुप अध्यक्ष पंकजजी डागा की अध्यक्षता में आयोजित कार्यशाला में दक्षिण भारत की युवा शक्ति सहभागी बनेगी।
एक शाम गुरुओं के नाम संगीत संध्या, शाम को आयोजित की जायेगी। जिसमें गायक ऋषि दुग्गड अपनी मधुर आवाज में स्वर लहरीयां से समा को भक्तिमय बनायेंगे।
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