भगवान महावीर का 2549वाँ निर्वाण कल्याणक महोत्सव


बालोतरा
: युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी के सुशिष्य मुनि श्री मोहजीतकुमारजी ठाणा 3 के सान्निध्य में त्रिदिवसीय धनतेरस, दीपावली और भगवान महावीर निर्वाण कल्याणक दिवस  का कार्यक्रम अनुष्ठान सहित न्यू तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ।
धनतेरस के शुभ दिन से त्रिदिवसीय जप अनुष्ठान का शुभारंभ हुआ, जो प्रति दिन रात्रि 8 बजे मुनिश्री भव्यकुमारजी द्वारा विधिवत रूप से तीर्थंकर प्रभु महावीर और गौतम स्वामी का मंगल स्मरण विविध मंत्रो के अनुष्ठान से किया। दीपावली की संध्या पर मुनिश्री मोहजीतकुमारजी द्वारा विशेष वृहद मंगलपाठ और विशेष मांगलिक का संगान किया गया। जिसे सैकड़ों की संख्या में उपस्थित जनवेदनी ने श्रवण किया।
  भगवान महावीर के 2549 वे निर्वाण कल्याणक दिवस पर प्रात:कालीन प्रवचन में उपस्थित धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनि श्री मोहजीतकुमारजी ने कहा कि दीपावली ज्योति का पर्व है। यह पर्व जीवन में प्रकाश फैलाने की प्रेरणा प्रदान करता है। दीपावली समृद्धि का पर्व है। इस पर्व पर भौतिक समृद्धि बढ़ाने की कामना से पहले आध्यात्मिक समृद्धि बढ़ाने का संकल्प करना चाहिए, क्योंकि भौतिक समृद्धि तभी सुख दे पाएगी, जब जीवन में आध्यात्मिक समृद्धि होगी। कार्तिक अमावस्या की रात्रि में भगवान महावीर का पावापूरी में निर्वाण हुआ था। उन्होंने अपने ज्ञान के द्वारा जन-जन में व्याप्त अज्ञान रूपी अंधकार को दूर करने का प्रयत्न किया। उन्होंने जगत को अहिंसा, अनेकान्त व अपरिग्रह का सिद्धान्त देकर बहुत बड़ा उपकार किया। उनकी अहिंसा बहुत सूक्ष्म है। उनके सिद्धान्तों का अनुसरण सही ढंग से किया जाए तो विश्व की अनेक समस्याओं का समाधान सहज संभव है।
मुनि श्री भव्यकुमारजी ने भगवान महावीर पर सुमधुर गीत का संगान कर उनके विचारों को अपने भीतर अपनाने की प्रेरणा प्रदान की। मुनि श्री जयेशकुमारजी ने कहा कि भगवान महावीर के कर्मवाद सिद्धान्त और जीवन निर्माण के सूत्रों को समझने वाला व्यक्ति अपने जीवन को सुख-शांति सौहार्द के साथ व्यतीत कर सकता है। मुनि श्री ने प्रेरणा प्रदान कि की इस दीपावली पर हम ज्ञान चेतना को जागृत कर अपने जीवन का सुंदर निर्माण करे।
इस त्रिदिवसीय कार्यक्रम के अवसर पर आध्यात्मिक अनुष्ठान, वृहद् मंगल पाठ और निर्वाण कल्याणक महोत्सव पर श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया।
  समाचार प्रदाता : संगीता बोथरा

आप भी अपनी न्यूज प्रकाशनार्थ यहां भेज सकते हैं।
JAINSHUBNEWS@GMAIL.COM