संस्था शिरोमणि तेरापंथी महासभा के तत्वावधान में कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ आयोजन
बंगलुरू 09.10.2022 : संस्था शिरोमणि जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा के तत्वाधान में युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी के सुशिष्य मुनिश्री अर्हतकुमारजी ठाणा ३ के सान्निध्य में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, बैंगलोर द्वारा तेरापंथ सभा भवन, गांधीनगर में गोवा, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश एवम कर्नाटका की सभाएं तथा उपसभाओं का "कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला" का प्रातः 9.15 बजे से सायं 8 बजे तक आयोजन हुआ।
⛩ उद्धघाटन सत्र ⛩
कार्यशाला का शुभारम्भ मुनिश्री के महामंत्रोच्चार से हुआ। महासभा अध्यक्ष श्री मनसुखलालजी सेठिया एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति द्वारा कार्यशाला का उद्धघाटन किया गया।
मंगलाचरण सभा के सदस्यों द्वारा तथा स्वागत गीतिका ज्ञानशाला की प्रशिक्षाकाओं द्वारा किया गया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन महासभा अध्यक्ष द्वारा किया गया।
संघ विकास के लिए बलिदान देने वाला होता कार्यकर्ता
मुनिश्री अर्हतकुमारजी ने कार्यशाला में संभागीयों के साथ जनमेदनी को सम्बोधित करते हुए कहा कि कार्यकर्ता का मतलब ही होता है - कार्य को करने वाला। कार्यकर्ता की पहचान नाम से नहीं, काम से होती है। कार्यकर्ता कार्यक्रम को नहीं कार्य को अधिक महत्व देता है। कार्यकर्ता का सबसे महत्वपूर्ण घटक तत्व है - कर्तव्य बोध, अपने कर्तव्य बोध को समझना। अपने समय व स्वार्थ का विसर्जन कर, संघ के विकास के लिए अपने सम्पूर्ण जीवन का बलिदान देना ही एक कार्यकर्ता की पहचान है।
मुनि भरतकुमारजी ने कहा कि जो होता है धर्म संघ का कार्यकर्ता, अपने कर्तित्व से जोश, होश, अक्षयकोश को भरता, साधु संतो की व धर्मसंघ की सेवा करके कर्मो को हरता, वह श्रावक अपनी आत्मा को निखारता है। मुनी जयदीपकुमारजी ने अपने विचार व्यक्त किये।
महासभा अध्यक्ष श्री मनसुखलालजी सेठिया ने अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए महासभा द्वारा संचालित विभिन्न आयामों की जानकारी दी। बैंगलोर सभा अध्यक्ष कमलसिंह दुगड़ ने सभी का स्वागत करते हुए सभा द्वारा अभी तक आयोजित कार्यों की जानकारी दी। महासभा उपाध्यक्ष नरेंद्रजी नखत ने महासभा द्वारा निर्देशित कार्यों को सभाओं द्वारा कैसे संचालित हो तथा निष्पत्ति निकाली जा सके, उसके बारे मे बताया। महासभा न्यासी मूलचंदजी नाहर, भवन निर्माण संयोजक हीरालालजी मालू, दक्षिणांचल प्रभारी प्रकाशचन्द लोढ़ा ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन उपाध्यक्ष रमेश कोठारी ने किया। आभार सभा मंत्री गौतम मांडोत ने दिया।
📖 प्रशिक्षण सत्र प्रथम 📖
महासभा अध्यक्ष श्री मनसुखलालजी तथा महामंत्री श्री विनोदजी बैद ने "सभा संचालन मार्गदर्शिका" पर आधारित पूर्ण विस्तार से सभाओं का संचालन कैसे हो, इस विषय प्रशिक्षण दिया।
📕 प्रशिक्षण सत्र द्वितीय 📕
महासभा अध्यक्ष एवं महामंत्री महोदय ने "श्रावक संदेशिका" पर आधारित सभी नियमो की विस्तृत जानकारी दी। सभा कोषाध्यक्ष कन्हैयालाल सिंघी व संगठन मंत्री धर्मेश कोठारी ने मुनिश्री द्वारा निर्देशित लघु प्रतियोगिता का आयोजन किया। सभी सभाओं के पदाधिकारीयों की जिज्ञासाओं का समाधान महासभा के पदाधिकारियों द्वारा किया गया। आभार सहमंत्री राजेन्द्र बैद ने किया। मुनिश्री के उद्बोधन एवं मंगलपाठ से सत्र का समापन किया गया। कार्यशाला में कुल 25 सभा एवं उपसभाओं की सहभागिता रही। टी पी एफ राष्ट्रीय महामंत्री हिम्मत मांडोत, अणुविभा राष्ट्रीय संगठन मंत्री कन्हैयालाल चिप्पड़, महासभा कार्यकारिणी सदस्य, सभी सभाओं के पदाधिकारीगण एवं श्रावक समाज की विशेष उपस्थिति रही। संयोजक रमेश कोठारी, उपाध्यक्ष सुनील बाफना, उपाध्यक्ष अरविंद सिंघी, सहमंत्री विनय बैद, राजु धोखा का विशेष श्रम रहा।
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