गणगौर प्रेम एवं पारिवारिक सौहार्द का पावन पर्व
बिन्दु रायसोनी ने कहा कि गणगौर प्रेम एवं पारिवारिक सौहाद्र का एक पावन पर्व है, जिसे हिन्दुओं द्वारा मनाया जाता है। गणगौर बना हुआ है दो शब्दों के मिलने से- गण और गौर। इसमें गण शब्द से आशय भगवान शंकरजी से है और गौर शब्द से आशय माँ पार्वती से है।
सुमन पटावरी ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि आस्था के साथ यह त्योहार मनाया जाता है। इस दिन गणगौर की पूजा की जाती है, लड़कियां एवं महिलाएं शंकरजी एवं पार्वतीजी की पूजा करती हैं। रुचिका पटावरी ने पारंपरिक कथा के साथ मनोरंजक प्रतियोगिता करवाई। लगभग 70/80 सखी-सहेलियाँ उपस्थित थी। पूजा पटावरी ने आभार किया।
You can also send your news here for publication.
For More Information & Booking About Vijay Palace (अस्थाई निवास)
Call +91-9080972748
Post a Comment
Post a Comment