आचार्य श्री भिक्षु ज्योति की तरह ज्योतित

¤ आचार्य भिक्षु का 266वाॅ अभिनिष्क्रमण दिवस समायोजित 

 तण्डियारपेट, चेन्नई : जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा के तत्वावधान में श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, उत्तर चेन्नई की आयोजना में तेरापंथ ट्रस्ट भवन, तण्डियारपेट में रविवार को आचार्य भिक्षु का 266वाॅ अभिनिष्क्रमण दिवस बड़े उत्साह पूर्ण वातावरण में मनाया गया।

 कार्यक्रम का शुभारम्भ उपासक श्री स्वरूप चन्द दाँती के द्वारा नमस्कार महामंत्र मंगल मंत्रोच्चारण से हुआ। तत्पश्चात कन्या मंडल द्वारा मंगलाचरण भिक्षु अष्टकम से हुआ। तेरापंथ सभा उत्तर चेन्नई अध्यक्ष श्री इन्दरचन्द डुंगरवाल ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी का स्वागत करते हुए कहा कि सभा गठन के बाद का यह प्रथम कार्यक्रम है। आचार्य भिक्षु के प्रति अपनी भावों की अभिव्यक्ति प्रस्तुत की। तंडियारपेट से मोक्षा गेलडा एवं खुशहाली बाफना ने 'भिक्षु की संक्षिप्त कहानी ज्ञानार्थीयो की जुबानी' प्रस्तुति की।

 महासभा आंचलिक प्रभारी उत्तर तमिलनाडु एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री विमल चिप्पड ने भिक्षु अभिनिष्क्रमण कार्यक्रम पर संक्षिप्त प्रस्तुति देने के पश्चात नवीन गठित सभा को महासभा की और से बधाईयाँ संप्रेषित करते हुए कहा कि उत्तर चेन्नई सभा, महासभा के अनुरूप एवं गुरु इंगित से कार्य करती रहे एवं महासभा में अपना नाम रोशन करें।

 मुख्य वक्ता श्री राकेश खटेड ने अभिनिष्क्रमण का अर्थ घर का त्याग एवं सुख सुविधा को छोड़ना बताया। आचार्य भिक्षु को ज्योति की उपमा देते हुए कहा कि ज्योति जब तक दिखती है, प्रकाशित करती रहती है, उसी तरह आचार्य भिक्षु के विचार सूर्य की तरह आज भी प्रकाशमान है।

अपने वक्तव्य में कहा कि इतिहास हर घटना को दर्ज करती है, अच्छी हो या बूरी हो। सबसे छोटी इकाई सभा ने महासभा में आज अपना कीर्तिमान स्थापित करने का प्रयास किया है। 


 उपासक, जैन संस्कारक श्री स्वरूप चन्द दाँती ने इस अवसर पर कहा कि आचार्य भिक्षु ने आज के ही दिन आध्यात्मिक जीवन में सुख सुविधा छोड़ने का निर्णय किया। अभिनिष्क्रमण के अनेक मौलिक स्थापना के बिंदुओं स्पर्श करते हुए कहा कि आचार्य भिक्षु ने भगवान महावीर के सिद्धांतों को वर्तमान के परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया। उपस्थित जन समूह को 'ओम भिक्षु, जय भिक्षु' का जप करवाया।

 श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा, उत्तर चेन्नई के अंतर्गत ओसवाल गार्डन, तंडियारपेट, इ एम आर, नयी धोबीपेट, पूरानी धोबीपेट एवं रायपूरम- इन छहों ज्ञानशालाओं की आचार्य भिक्षु अभिनिष्क्रमण दिवस पर शानदार प्रस्तुतियां हुई। इसमें कुल 55 ज्ञानार्थीयों ने प्रस्तुतियों की प्रस्तुतियाॅ दी। सभी ज्ञानार्थीओ को सभा द्वारा पारितोषिक प्रदान किया गया। कार्यक्रम में 20 प्रशिक्षिकाएँ उपस्थिति रही। कार्यक्रम का कुशल संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन सभा कोषाध्यक्ष श्री कमलेश बाफना ने किया। मंगल पाठ एवम उद् घोष के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।

 इस अवसर पर तंडियारपेट ट्रस्ट के मेनेजिंग ट्रस्टी श्री पूनमजी मांडोत, माधवारम ट्रस्ट के मेनेजिंग ट्रस्टी श्री घीसूलालजी बोहरा की गरिमामय उपस्थिति रही। सभा के पदाधिकारी कमलेश सिंघवी, मुकेश मुणोत, सुनील सकलेचा, शंभुलाल बोहरा, ज्ञानशाला व्यवस्थापिका- पिंकी गेलडा, चेतना बोहरा के साथ मंजु दक, शांता गेलडा, रीमा सिंघवी, पुष्पा हिरण आदि का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ। कार्यकरिणी सदस्यों का भी विशेष सहयोग प्राप्त हुआ।