कर्मयोगी कृष्ण की गीता जीवन के लिए मैन्युअल : साध्वी डॉ गवेषणाश्री
चेन्नई 27.08.2024 : डॉ साध्वी गवेषणाश्री ने कहा कृष्ण का अर्थ है- आकर्षित करना। अपने ज्ञान से, लीलाओं से, वीरता से, सौन्दर्य से, प्रेम और वात्सल्य से आकर्षित करता है। आप कोई भी उपकरण खरीदते है जैसे- वाशिंग मशीन, एयर कंडीशनर इत्यादि लेते है, तो उसके साथ एक मैन्युअल मिलता है, जो आपको उसकी उपयोगिता बताता है। वैसे ही कर्मयोगी कृष्ण की गीता जीवन के लिए मैन्युअल है। जैनधर्म में कृष्णजी को वासुदेव के रूप माना है, जो तीन खंड के राजा थे और भविष्य में 12वें अमम नाम के तीर्थकर बनेंगे।
साध्वी मयंकप्रभा ने कहा कि वासुदेवजी को दो चीजें बहुत प्रिय थी- मक्खन और बांसुरी। इन दोनों से प्रेरणा मिलती है- हमारा जीवन मक्खन की तरह कोमल हो और बांसुरी के 3 गुण- बिना बुलाये न बोले, मधुर स्वर से बोले एवं कोई गांठ न रखकर सीधा सपाट रहे।
साध्वी मेरुप्रभाजी ने सुमधुर गितिका प्रस्तुत की। साध्वी दक्षप्रभाजी ने भावपूर्ण स्वरलहरी से सबको सरोबोर कर दिया।
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