ज्ञानाशाला वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन
ज्ञानार्थीयों ने दी शानदार प्रस्तुतियां
चेन्नई 12.02.2023 : जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा के ज्ञानशाला प्रकोष्ठ के अंतर्गत श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, चेन्नई द्वारा संचालित 25 ज्ञानशाला शाखाओं का वर्ष 2022 का संयुक्त वार्षिकोत्सव अत्यंत हर्षोल्लास व भव्यता के साथ ट्रिप्लीकेन ट्रस्ट भवन में आयोजित किया गया। निर्धारित समय पर प्रशिक्षिकाओं के मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
सभाध्यक्ष श्री उगमराज सांड ने स्वागत वक्तव्य में सबको वार्षिकोत्सव की हार्दिक बधाई संप्रेषित करते हुए ज्ञानार्थियों एवं प्रशिक्षकों के लगन व श्रम की प्रसंशा की। उन्होंने आज के कार्यक्रम प्रायोजक तथा ज्ञानशाला सहयोगी परिवार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। आपने ट्रिप्लीकेन ट्रस्ट बोर्ड को भी भवन की सुंदर व्यवस्थाओं हेतु धन्यवाद दिया। आंचलिक संयोजक श्रीमती अनिता चोपड़ा ने ज्ञानार्थियों को सभ्य नागरिक बनने के लिए प्रेरित करते हुए अनेक अच्छी आदतों में से कोई एक संकल्प स्वीकार करने का आह्वान किया।
नमस्कार महामंत्र जैसी जानकारी भी देरी से हुई - प्यारेलाल पितलिया
मुख्य अतिथि तमिलनाडु अल्पसंख्यक आयोग सदस्य श्री प्यारेलाल पितलिया ने अपने प्रेरक वक्तव्य में ज्ञानाशाला की महत्ता को उजागर करते हुए स्वयं का उदाहरण दिया कि उन्हें नमस्कार महामंत्र जैसी मूलभूत जानकारी भी बहुत देरी से हुई, क्योंकि उनके बचपन में ज्ञानाशाला जैसी कोई व्यवस्था अथवा उपक्रम नहीं था।
चारित्र आत्माओं के प्राप्त हुए मंगल संदेश
साध्वी श्री मंगलप्रज्ञाजी, साध्वी श्री लावण्यश्रीजी व साध्वी श्री शिवमालाजी से प्राप्त प्रेणादायक मंगल संदेशों को बड़े पर्दे पर दिखाया तथा वाचन किया गया।
ज्ञानशाला प्रभारी श्री सुरेश तातेड ने अपने वक्तव्य में ज्ञानशाला की गतिविधियों का उल्लेख करते हुए वर्ष भर का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया एवं ज्ञानशाला परिवार से प्राप्त सहयोग हेतु हार्दिक आभार व्यक्त किया। ज्ञानशाला की नयी-पुरानी गतिविधियों की झलकियों का एक सुंदर चित्रमय प्रदर्शन बड़े पर्दे पर किया गया जिसे सबने बेहद पसंद किया।
ज्ञानार्थीयों की शानदार प्रस्तुतियाँ
ज्ञानार्थियों ने व प्रशिक्षिकाओं ने गीत का संगान किया तथा ट्रिप्लीकेन ज्ञानशाला ने नाटकमय प्रस्तुति से सबका ध्यान आकर्षित किया। ज्ञानार्थियों ने ज्ञानाशाला प्रारूप की भी रोचक अंदाज में प्रस्तुति दी। उच्चारण शुद्धि प्रस्तुति में सभी ज्ञानाशालाओं के नन्हे-मुन्ने ज्ञानार्थियों की अत्यंत सुंदर व प्रभावशाली प्रस्तुति को जनमेदिनी ने ॐ अर्हम की तुमुल ध्वनि से सराहा।
मुमुक्षु बहन का अभिनन्दन
सौभाग्य व संयोगवश गढ़ सिवाना से समागत मुमुक्षु बहिन का परिचय करवाते हुए सभा मंत्री श्री अशोक खतंग ने ज्ञानशाला के बारे में भी महनीय विचार अभिव्यक्त किये। मुमुक्षु बहिन ने अपनी भावना की प्रस्तुति में ज्ञानाशाला को उनके वैराग्य का एक हेतु बताया। मुमुक्षु बहिन की माताजी रेशमी देवी ने भी विचार व्यक्त किए। सभा की ओर से मुमुक्षु बहन का अभिनन्दन किया गया।
कार्यकर्ताओं का रहा सहयोग
कार्यक्रम की योजना व क्रियान्वयन में श्रीमती राजश्री डागा, श्रीमती सुबोध सेठिया, श्री राजेन्द्र भंडारी, श्री मनोज गादिया, श्री गजेंद्र खाँटेड का निर्देशन व प्रबंधन विशेष उल्लेखनीय रहा। कार्यक्रम के प्रारूप निर्धारण से संचालन तक संयोजिका श्रीमती सपना श्रीश्रीमाल, श्रीमती उषा आंचलिया, सह संयोजिका श्रीमती अंजू आच्छा, श्रीमती रक्षा आच्छा, श्रीमती सारिका मरलेचा, श्रीमती विजया सियाल के योजनाबद्ध कार्य से कार्यक्रम सुनियोजित व समयबद्ध रूप से सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के सुव्यवस्थित व सुंदर आयोजन, पुरस्कार तथा भोजन व्यवस्था में ज्ञानाशाला कार्यकर्ता श्री राजेश सांड, श्री देवेंद्र सुराणा, श्री गजेंद्र गादिया, श्री ताराचंद बोहरा का विशेष श्रम तथा श्री पवन मांडोत, श्री भरत D मरलेचा, श्री तरुण दुगड़, श्री हेमंत मालू, श्री पुखराज पारख, श्री मनोज डुंगरवाल आदि का सहयोग रहा। श्री स्वरूप चन्द दाँती के सहयोग से कार्यक्रम का सोशल मीडिया पर जीवंत प्रसारण किया गया।
अनुदान दाताओं का सम्मान
कार्यक्रम के मध्य में प्रायोजक श्री मनीष कुमार संयम सांखला परिवार, ज्ञानशाला सहयोगी श्री विजय कुमार भरत कटारिया परिवार का सम्मान किया गया।
338 ज्ञानार्थियों, 125 प्रशिक्षकों के साथ अनेक ज्ञानशाला कार्यकर्ताओं की रही उपस्थित
कार्यक्रम की भूमिका में महासभा प्रतिनिधि ज्ञानाशाला आंचलिक संयोजक श्रीमती अनिता चोपड़ा व सह संयोजिका श्रीमती कविता रायसोनी का निर्देशन अत्यंत उपयोगी रहा। कार्यक्रम में 338 ज्ञानार्थियों, 125 प्रशिक्षको के साथ अनेक ज्ञानशाला कार्यकर्ता उपस्थित थे। ज्ञानार्थियों व प्रशिक्षकों के मनोरंजन के लिए अनेक रोमांचक खेल आयोजित किये गए।
ज्ञानार्थीयों, प्रशिक्षिकाओं, कार्यकर्ताओं का सम्मान
शिशु संस्कार बोध परीक्षा में वरीयता प्राप्त ज्ञानार्थियों तथा ज्ञानशाला की आयु सीमा पार करने वाले ज्ञानार्थियों को प्रमाण पत्र, पुरस्कार व स्मृत्ति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।ज्ञानाशाला प्रशिक्षकों व कार्यकर्ताओं का भी मंचीय सम्मान इस अवसर पर किया गया। धन्यवाद ज्ञापन सभा सहमंत्री श्री मनोज गादिया ने किया।
गणमान्यजनों, अभिभावकों ने भी बढ़ाया ज्ञानार्थीयों का उत्साह
कार्यक्रम में तेरापंथी सभा चेन्नै सहित सभी संस्थाओं तथा ट्रस्ट बोर्ड के पदाधिकारी व सदस्य तथा अनेक अभिभावक उपस्थित थे। सबके सम्मिलित प्रयास व समाज सदस्यों की गरिमामय उपस्थिति से कार्यक्रम बेहद सफल, दर्शनीय एवं सराहनीय रहा।
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